tag:blogger.com,1999:blog-6043179371014088241.post1971300235733585108..comments2024-02-24T08:20:01.931-08:00Comments on palash "पलाश": वो कहता था ...........palashhttp://www.blogger.com/profile/09020412180834601052noreply@blogger.comBlogger24125tag:blogger.com,1999:blog-6043179371014088241.post-82291215654379401812012-07-29T23:14:30.651-07:002012-07-29T23:14:30.651-07:00this one called "Wo kahata tha" acchhaa ...this one called "Wo kahata tha" acchhaa laga .....Nayaneesh Mishrahttps://www.blogger.com/profile/04917520229135365481noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6043179371014088241.post-37678221626154877352010-12-14T06:40:56.535-08:002010-12-14T06:40:56.535-08:00आपने सुझावों को सकारात्मक तौर पर लिया , इसलिए शुक्...आपने सुझावों को सकारात्मक तौर पर लिया , इसलिए शुक्रिया . आपके ब्लॉग का अनुसरण कर लिया हूँ , जो समझ में आयेगा आगे भी कहूंगा . आपकी टीप पर यह प्रतिटीप मैंने की अपने ब्लॉग पर की है , वह यहाँ भी रख दे रहा हूँ , शुभकामनाएं !! <br />@ पलास<br />ईमा 'परम सौभाग्य' कै कवन बाति ! , ई तौ हर टिपैया कै धरमु आय कि पढ़े के बाद 'सै भाठै' के अंदाज मा टीप ना करै . जौन ठीक जनाय तौन कहै . पोस्ट लेखकौ का चाही कि बात का सकारात्मक तौर पै लियय . हमरे बलाग पै कुछ संसोधन - सुधार बतावै का होए तौ बेखटके आपौ कहा जाए . कहा गा है न - 'हितं मनोहारि च दुर्लभं वचः' . सुक्रिया !Amrendra Nath Tripathihttps://www.blogger.com/profile/15162902441907572888noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6043179371014088241.post-12396510940315770802010-12-13T08:23:29.111-08:002010-12-13T08:23:29.111-08:00खुबसूरत रचना, कोमल भावनाओं की अभिव्यक्ति , बधाईखुबसूरत रचना, कोमल भावनाओं की अभिव्यक्ति , बधाईSunil Kumarhttps://www.blogger.com/profile/10008214961660110536noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6043179371014088241.post-60482353977960463052010-12-13T07:23:37.531-08:002010-12-13T07:23:37.531-08:00सुंदर कविता, कोमल भावनाओं की अभिव्यक्ति।सुंदर कविता, कोमल भावनाओं की अभिव्यक्ति।Patali-The-Villagehttps://www.blogger.com/profile/08855726404095683355noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6043179371014088241.post-70694729267309878842010-12-13T05:34:51.402-08:002010-12-13T05:34:51.402-08:00आदरणीय अपर्णा जी..
नमस्कार !
........दिल को छू लेन...आदरणीय अपर्णा जी..<br />नमस्कार !<br />........दिल को छू लेने वाली प्रस्तुतीसंजय भास्कर https://www.blogger.com/profile/08195795661130888170noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6043179371014088241.post-22573610708573925352010-12-12T08:29:54.897-08:002010-12-12T08:29:54.897-08:00विषयवस्तु के तौर पर बीते लम्हों की कसक औए अभिव्यक्...विषयवस्तु के तौर पर बीते लम्हों की कसक औए अभिव्यक्ति के बंधन से पैदा हुई मार्मिकता को कहने का प्रयास करती कविता है ! कुछ कलात्मक प्रकार्य व कसाव और होते तो कविता और जमती ! आपको कुछ महान कवियों ( जिसमें कुछ समकालीन भी होंगे ) की रचनाएं पढनी चाहिए , भावों के अंदाजे-बयां की खातिर !<br /><br />'अवधी के अरघान' पर आपकी टिप्पणी के लिए शुक्रिया . टीप भी अवधी में देखकर मन प्रसन्न हो गया . उसी अनुसार आज आपके इस ब्लॉग पर आया . अच्छा लगा . बिन मागे सुझाव देने की बुरी आदत के हिसाब से जो समझ में आया , लिख दिया . आगे की बेहतरी के लिए शुभकामनाएं !!Amrendra Nath Tripathihttps://www.blogger.com/profile/15162902441907572888noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6043179371014088241.post-6565701608707880892010-12-12T07:33:51.096-08:002010-12-12T07:33:51.096-08:00bahoot sunder prastuti ...bahoot sunder prastuti ...उपेन्द्र नाथhttps://www.blogger.com/profile/07603216151835286501noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6043179371014088241.post-10124463664686741992010-12-12T07:31:31.891-08:002010-12-12T07:31:31.891-08:00bahoot sunder prastuti ...bahoot sunder prastuti ...उपेन्द्र नाथhttps://www.blogger.com/profile/07603216151835286501noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6043179371014088241.post-85921888940967615102010-12-12T07:01:57.489-08:002010-12-12T07:01:57.489-08:00मखमली रचना पढ़वाने के लिए शुक्रिया!मखमली रचना पढ़वाने के लिए शुक्रिया!Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6043179371014088241.post-65149199881566401952010-12-12T03:26:59.756-08:002010-12-12T03:26:59.756-08:00बेहद भावपूर्ण!बेहद भावपूर्ण!अनुपमा पाठकhttps://www.blogger.com/profile/09963916203008376590noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6043179371014088241.post-82053160582067373712010-12-12T03:12:57.157-08:002010-12-12T03:12:57.157-08:00एक कटु यथार्थ की मार्मिक प्रस्तुति।एक कटु यथार्थ की मार्मिक प्रस्तुति।Mukeshhttps://www.blogger.com/profile/10419400047507603499noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6043179371014088241.post-22638734798219310482010-12-12T00:14:07.824-08:002010-12-12T00:14:07.824-08:00उसने कहा था और आप इंतजार करती रही . वो जरुर आएगा ....उसने कहा था और आप इंतजार करती रही . वो जरुर आएगा . क्या खूब उकेरा है मनोभाव को .ashishhttps://www.blogger.com/profile/07286648819875953296noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6043179371014088241.post-30014357660559969992010-12-11T23:26:23.678-08:002010-12-11T23:26:23.678-08:00वाह बेहद भावभीनी प्रस्तुति।वाह बेहद भावभीनी प्रस्तुति।vandana guptahttps://www.blogger.com/profile/00019337362157598975noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6043179371014088241.post-3340931291230918302010-12-11T21:21:45.880-08:002010-12-11T21:21:45.880-08:00प्रेमानुभूति पर सुन्दर अभिव्यक्ति.
आज भी मै कर रह...प्रेमानुभूति पर सुन्दर अभिव्यक्ति.<br /><br />आज भी मै कर रही हूँ<br />उसका इन्तजार<br />क्योकि उसने किया था<br />मुझपे ऐतबार<br /><br />आपकी उक्त पंक्तियों को पढ़कर मुझे किसी का कहा हुआ एक शेर याद आ रहा है:-<br /><br />वादा किया था फिर भी न आये मज़ार पर.<br />हमने तो जान दे दी इसी ऐतबार पर.Kunwar Kusumeshhttps://www.blogger.com/profile/15923076883936293963noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6043179371014088241.post-69019229652414325062010-12-11T20:45:07.734-08:002010-12-11T20:45:07.734-08:00अपर्णा जी आपको पढ़ना सदैव रुचिकर होता है| परन्तु क...अपर्णा जी आपको पढ़ना सदैव रुचिकर होता है| परन्तु कहना होगा ये कविता आपकी अन्य कविताओं से ज़्यादा दिल के करीब लगी| आम आदमी की बात, उस के ही लहजे में, उसी की भाषा में - सीधे और सपाट ढँग से कह दी आपने इस कविता के माध्यम से| बहुत बहुत बधाई| <br /><br />स्त्री मन की कोमलता ने एक बार फिर प्रभावित किया:-<br />जाने किस पल<br />वो आ जाय<br />मुझे ना पाकर<br />कही घबरा ना जाय.............<br /><br />और साथ ही वही स्त्री मन, बेहिचक बिना लाग लपेट के अपना संदेश देने में कामयाब भी दिखा है इस कविता में:-<br />कह ना सकी कभी<br />मन की बात<br />वरना आज<br />वो भी कही<br />किसी से कहता<br />वो कहती थी …………..<br /><br />एक बार फिर से बधाई स्वीकार करें|www.navincchaturvedi.blogspot.comhttps://www.blogger.com/profile/07881796115131060758noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6043179371014088241.post-80547547734373488422010-12-11T19:58:47.736-08:002010-12-11T19:58:47.736-08:00बहुत खूबसूरती से एहसास पिरोये हैं ...बहुत खूबसूरती से एहसास पिरोये हैं ...संगीता स्वरुप ( गीत )https://www.blogger.com/profile/18232011429396479154noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6043179371014088241.post-70090123336561467812010-12-11T19:42:10.393-08:002010-12-11T19:42:10.393-08:00वो कहती थी अच्छी रचना
इस बार मेरे ब्लॉग में SMS क...वो कहती थी अच्छी रचना <br />इस बार मेरे ब्लॉग में SMS की दुनिया ............amar jeethttps://www.blogger.com/profile/09137277479820450744noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6043179371014088241.post-37610425168107769592010-12-11T18:41:36.059-08:002010-12-11T18:41:36.059-08:00मनोज जी वो कहता था को रविवासरीय चर्चा मे शामिल करन...मनोज जी वो कहता था को रविवासरीय चर्चा मे शामिल करने क शुक्रिया ।palashhttps://www.blogger.com/profile/09020412180834601052noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6043179371014088241.post-81966209511749556542010-12-11T14:57:34.030-08:002010-12-11T14:57:34.030-08:00बहुत सुंदर मनोभाव .....बहुत सुंदर मनोभाव ..... डॉ. मोनिका शर्मा https://www.blogger.com/profile/02358462052477907071noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6043179371014088241.post-21358276065440526512010-12-11T12:30:50.482-08:002010-12-11T12:30:50.482-08:00बहुत ही सुन्दर रचना ,
कई पुरानी यादें ताजा होगई ...बहुत ही सुन्दर रचना ,<br />कई पुरानी यादें ताजा होगई <br />हमें आगे बढ़ना ही पड़ता है . अपने लिए न सही पर अपनों के लिए .<br />हम जो चाहते है वही नही मिलता और जो पास है उस के दूर होने तक उस के पास होने का अहसास कितना सुखद था पता नही चलता <br />कितना अजीब है पर शायद यही जीवन हैABHISHEK MISHRAhttps://www.blogger.com/profile/08988588441157737049noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6043179371014088241.post-82894361663702531052010-12-11T10:03:47.041-08:002010-12-11T10:03:47.041-08:00अपने साथ तो मामला उलट गया... लेकिन खलिश अभी भी बाक...अपने साथ तो मामला उलट गया... लेकिन खलिश अभी भी बाकी है. और इस पर श्रीमती जी कभी कभी छेड़ भी देती हैं...भारतीय नागरिक - Indian Citizenhttps://www.blogger.com/profile/07029593617561774841noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6043179371014088241.post-78244099461500612832010-12-11T09:39:19.525-08:002010-12-11T09:39:19.525-08:00उसका कहना कितना मायने रखता है।उसका कहना कितना मायने रखता है।प्रवीण पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/10471375466909386690noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6043179371014088241.post-41213142595106179342010-12-11T09:39:16.785-08:002010-12-11T09:39:16.785-08:00सुंदर कविता, कोमल भावनाओं की अभिव्यक्ति।सुंदर कविता, कोमल भावनाओं की अभिव्यक्ति।मनोज कुमारhttps://www.blogger.com/profile/08566976083330111264noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6043179371014088241.post-22650329086594005252010-12-11T09:32:22.196-08:002010-12-11T09:32:22.196-08:00बहुत ही सुन्दर लिखा है अपर्णा जी.....बहुत ही सुन्दर लिखा है अपर्णा जी.....Shekhar Sumanhttps://www.blogger.com/profile/02651758973102120332noreply@blogger.com