tag:blogger.com,1999:blog-6043179371014088241.post2529591611028273977..comments2024-02-24T08:20:01.931-08:00Comments on palash "पलाश": काश और शायदpalashhttp://www.blogger.com/profile/09020412180834601052noreply@blogger.comBlogger5125tag:blogger.com,1999:blog-6043179371014088241.post-78993996162316379672014-12-31T00:50:58.458-08:002014-12-31T00:50:58.458-08:00शायद ये दिन बदल जायेशायद ये दिन बदल जायेसंजय भास्कर https://www.blogger.com/profile/08195795661130888170noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6043179371014088241.post-58294271870574219512014-12-27T05:53:39.862-08:002014-12-27T05:53:39.862-08:00सार्थक प्रस्तुति।
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आपकी इस प्रविष्टि् की चर्चा ...सार्थक प्रस्तुति।<br />--<br /> आपकी इस प्रविष्टि् की चर्चा कल रविवार (28-12-2014) को <a href="http://charchamanch.blogspot.in/" rel="nofollow"> *सूरज दादा कहाँ गए तुम* (चर्चा अंक-1841) </a> पर भी होगी।<br />--<br />सूचना देने का उद्देश्य है कि यदि किसी रचनाकार की प्रविष्टि का लिंक किसी स्थान पर लगाया जाये तो उसकी सूचना देना व्यवस्थापक का नैतिक कर्तव्य होता है।<br />--<br />सादर...!<br />डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'https://www.blogger.com/profile/09313147050002054907noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6043179371014088241.post-76542007080436698262014-12-27T01:51:23.419-08:002014-12-27T01:51:23.419-08:00बहुत सुन्दर .
नई पोस्ट : पीता हूं धो के खुसरबे – ...बहुत सुन्दर .<br />नई पोस्ट : <a href="http://dehatrkj.blogspot.in/2014/12/blog-post_27.html" rel="nofollow"> पीता हूं धो के खुसरबे – शीरीं सखुन के पांव </a><br /> राजीव कुमार झा https://www.blogger.com/profile/13424070936743610342noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6043179371014088241.post-19446037500415861172014-12-26T02:07:28.487-08:002014-12-26T02:07:28.487-08:00काश ! ये दिन बदल जाते
शायद ये दिन बदल जाये
एक में ...काश ! ये दिन बदल जाते<br />शायद ये दिन बदल जाये<br />एक में जीवन की अन्तता<br />दूजे में अनन्त जिन्दगी मिलती है<br />काश !! में बहुत कुछ छुपा होता है !! Yogi Saraswathttps://www.blogger.com/profile/17101659017154035233noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6043179371014088241.post-87360860951603626022014-12-26T01:02:55.576-08:002014-12-26T01:02:55.576-08:00सच है काश और एहसास हैं ही कुछ ख़ास।सच है काश और एहसास हैं ही कुछ ख़ास।अभिषेक शुक्लhttps://www.blogger.com/profile/06009944798501737095noreply@blogger.com