tag:blogger.com,1999:blog-6043179371014088241.post1206315633319458689..comments2024-02-24T08:20:01.931-08:00Comments on palash "पलाश": तूफानों में पलते पलतेpalashhttp://www.blogger.com/profile/09020412180834601052noreply@blogger.comBlogger6125tag:blogger.com,1999:blog-6043179371014088241.post-20241642049795647452022-03-31T22:49:59.791-07:002022-03-31T22:49:59.791-07:00बहुत ही सुन्दर...गहन अर्थ समेटे..बेहतरीन!!बहुत ही सुन्दर...गहन अर्थ समेटे..बेहतरीन!!संजय भास्कर https://www.blogger.com/profile/08195795661130888170noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6043179371014088241.post-43438133098075381952022-02-21T20:49:39.987-08:002022-02-21T20:49:39.987-08:00बहुत सुन्दरबहुत सुन्दरआलोक सिन्हाhttps://www.blogger.com/profile/17318621512657549867noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6043179371014088241.post-247957067987910562022-02-20T23:14:33.209-08:002022-02-20T23:14:33.209-08:00क्या डराते हो तुम आंधियों के मिजाजों से
चलना सीखा ...क्या डराते हो तुम आंधियों के मिजाजों से<br />चलना सीखा हमने तूफानों में पलते पलते... वाह!अनीता सैनी https://www.blogger.com/profile/04334112582599222981noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6043179371014088241.post-14263793294297110122022-02-20T22:43:25.781-08:002022-02-20T22:43:25.781-08:00वाह! बहुत ही शानदार प्रस्तुति..
वाह! बहुत ही शानदार प्रस्तुति.. <br />Manisha Goswamihttps://www.blogger.com/profile/10646619362412419141noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6043179371014088241.post-48339899142409470712022-02-20T08:45:45.032-08:002022-02-20T08:45:45.032-08:00नमस्ते,
आपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा सोमवार...नमस्ते,<br />आपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा सोमवार (21-02-2022 ) को <a href="https://charchamanch.blogspot.com/" rel="nofollow"> 'सत्य-अहिंसा की राहों पर, चलना है आसान नहीं' (चर्चा अंक 4347) </a> पर भी होगी। आप भी सादर आमंत्रित है। 12:30 AM के बाद प्रस्तुति ब्लॉग 'चर्चामंच' पर उपलब्ध होगी। <br /><br /> चर्चामंच पर आपकी रचना का लिंक विस्तारिक पाठक वर्ग तक पहुँचाने के उद्देश्य से सम्मिलित किया गया है ताकि साहित्य रसिक पाठकों को अनेक विकल्प मिल सकें तथा साहित्य-सृजन के विभिन्न आयामों से वे सूचित हो सकें। <br /><br /> यदि हमारे द्वारा किए गए इस प्रयास से आपको कोई आपत्ति है तो कृपया संबंधित प्रस्तुति के अंक में अपनी टिप्पणी के ज़रिये या हमारे ब्लॉग पर प्रदर्शित संपर्क फ़ॉर्म के माध्यम से हमें सूचित कीजिएगा ताकि आपकी रचना का लिंक प्रस्तुति से विलोपित किया जा सके। <br /><br />हार्दिक शुभकामनाओं के साथ।<br /><br />#रवीन्द्र_सिंह_यादव<br />Ravindra Singh Yadavhttps://www.blogger.com/profile/09309044106243089225noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6043179371014088241.post-29027946389105329442022-02-20T00:56:21.231-08:002022-02-20T00:56:21.231-08:00वाह , लाजवाब ग़ज़ल .....
जिजीविषा को कहती हुई ।।वाह , लाजवाब ग़ज़ल .....<br /><br />जिजीविषा को कहती हुई ।।संगीता स्वरुप ( गीत )https://www.blogger.com/profile/18232011429396479154noreply@blogger.com