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बुधवार, 17 अप्रैल 2024

जरूरी तो नही - भाग - २


सींचनें से पेड में फल आये जरूरी तो नही

हम चाहें जिसे, वो हमें चाहे जरूरी तो नही

 

चमन से गुजरे तो खुशबू भी जरूर आयेंगी

महके हर फूल बागीचे का जरूरी तो नही

 

लेता है करवटें चांद भी तेरी मेरी ही तरह

निहारों तुम और हो पूनम जरूरी तो नही

 

याद में जिसकी तुमने रात को सुबह किया

नाम उसके लबों पे हो तेरा जरूरी तो नही

 

ना कर मदद किसी की लिये आरजू दिल में

कल तेरे लिये भी कोई आये जरूरी तो नही

 

यकी रख खुदा पे मिलेगा सब कुछ ही तुझे

तेरी जगह तेरे वक्त पे मिले जरूरी तो नही

 

साथ हिम्मत ओ हौसलों के कदम बढाये जा

कटेगी हर दफा पतंग पलाश जरूरी तो नही

7 टिप्‍पणियां:

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