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मंगलवार, 7 फ़रवरी 2012

मोहब्बत का असर


पा लिया है जबसे तुम्हे,
लगता ये जहान मेरा है ।

पलकों तले नजरों में,
छिपाया तेरा चेहरा है ...........

बुरी नही लगती मुझे,
अब तो काली राते भीं,

महसूस ये होता कि,
तेरी जुल्फों ने आ घेरा है ।

पा लिया है......
रंग सारे सतरंगी
मौसम हर बसंती लगे
जबसे तेरी बांहों का
मुझको मिला घेरा है
पा लिया....
आरजू नही दिल को,
अब तो कुछ भी पाने की,

जबसे मेरे, दिल का तेरे,
हुआ दिल मे बसेरा है।

पा लिया है......

तुमसे ना जुदा होना,
मंजिल तेरी, ही है मेरी,

जहाँ तुझे कोई, दर्द मिले,
वो रस्ता नही मेरा है।

पा लिया है.......

15 टिप्‍पणियां:

  1. प्यार से बड़ा कोई नहीं ....
    शुभकामनायें !

    जवाब देंहटाएं
  2. आरजू नही दिल को,
    अब तो कुछ भी पाने की,

    जबसे मेरे, दिल का तेरे,
    हुआ दिल मे बसेरा है।

    sundar rachna.. :)

    palchhin-aditya.blogspot.in

    जवाब देंहटाएं
  3. तुमसे ना जुदा होना,
    मंजिल तेरी, ही है मेरी,

    जहाँ तुझे कोई, दर्द मिले,
    वो रस्ता नही मेरा है।बढ़िया प्रस्तुति.

    जवाब देंहटाएं
  4. मोहब्बत को बहुत ही, मोहब्बत भरे अन्दाज मै प्रस्तुत किया है.
    इस रचना का हर शब्द जब मन को छूता है,
    तो ऐसा लगता है, कि जैसे सरगम बज रही हो प्यार की,
    फुआरें बरस रही हो कायनात से,
    और दिल भीग रह हो इस सौगात से,

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  5. रंग सारे सतरंगी
    मौसम हर बसंती लगे
    जबसे तेरी बांहों का
    मुझको मिला घेरा है ...

    ये प्यार का असर है ... सब कुछ अलग सा दिखाई देने लगता है ...

    जवाब देंहटाएं
  6. सच है..प्यार पा लिया..सब कुछ पा लिया..
    सुन्दर रचना.

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  7. मोहब्बत ..मोहब्बत ही होती है .......और अहसास बन कर अभिव्यक्त होती है ...!

    जवाब देंहटाएं
  8. इस गीत के हर शब्द दिल से निकले है ऐसा प्रतीत होता है ,. प्रेम की मिठास टपक टपक जा रहा है .

    जवाब देंहटाएं
  9. @जहाँ तुझे कोई, दर्द मिले, वो रस्ता नही मेरा है।
    बहुत सुन्दर!

    जवाब देंहटाएं

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