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सोमवार, 30 अप्रैल 2018

जिन्दगी - A easiest thing






दुनिया का सबसे आसान काम 
जानते हैं क्या है
जिन्दगी जीना
आप सोचने लगे न
कि गलत कह रही हूँ
कहाँ आसान है जिन्द्गी जीना
ये परेशानियां खत्म हों
तब तो जिये कोई जिन्दगी
कभी पैसों की तंगी
कभी बीमारियां
कभी नौकरी बचाने की चिंता
कभी भविष्य
इन सबमें ही उलझ जाती है 
जिन्दगी
और तब दोष देते है 
कभी अपनों को
तो कभी अपनी किस्मत को 
मगर नही 
फिर भी कहती हूँ
मेरा यकीन कीजिए 
जिन्दगी जीना 
बिल्कुल मुश्किल नही
हम खामखां ही
बना देते हैं इसे मुश्किल
जरा दो पल के लिये
निश्चिन्त हो जाइये
और सोचिए
क्या जिन्दगी ने कभी 
कुछ भी मांगा आपसे 
खुश होने के लिए 
इक प्यार के सिवाय
नही न
और आखिर क्या चाहिए 
प्यार देने या करने के लिए 
सिर्फ और 
सिर्फ
एक अच्छा मन
और बताइये जरा
क्या चाहिए मन को
सुन्दर बनाने के लिए 
बस कुछ अच्छी आदते 
और भला क्या करना है
अच्छी आदतो के लिए 
कुछ भी तो नही
सिर्फ मन की आवाज 

सुनने के सिवाय
हम खामखां
बना देते हैं
इसे मुश्किल जिन्दगी जीना
बिल्कुल मुश्किल नही
हाँ हमेशा रहती है
जिन्दगी हमारे सामने 
हंसती मुस्कुराती
मगर हम
क्या करते हैं हम
करते रहते है डेकोरेट
जिन्दगी को 
ताकि सुन्दर दिखे
सबसे ज्यादा सुन्दर
खुद की नजरों को नही
औरों की नजरों को
और इस क्म्पटीशन में
जिन्दगी मेरे साथ होते हुये भी
हो जाती है हमसे दूर
करते तो है सब कुछ
जिन्दगी को खुश रखने के लिये
मगर क्या चाहिये जिन्दगी को
एक प्यार के सिवाय
खामखां ही
बना देते हैं इसे मुश्किल
जिन्दगी जीना 
बिल्कुल मुश्किल नही

7 टिप्‍पणियां:

  1. आपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा कल बुधवार (02-05-2018) को

    "रूप पुराना लगता है" (चर्चा अंक-2958))
    पर भी होगी।

    --

    चर्चा मंच पर पूरी पोस्ट नहीं दी जाती है बल्कि आपकी पोस्ट का लिंक या लिंक के साथ पोस्ट का महत्वपूर्ण अंश दिया जाता है।

    जिससे कि पाठक उत्सुकता के साथ आपके ब्लॉग पर आपकी पूरी पोस्ट पढ़ने के लिए जाये।

    --

    हार्दिक शुभकामनाओं के साथ।

    सादर...!

    राधा तिवारी

    जवाब देंहटाएं
  2. जिंदगी के इतने मायने...वाह...अपर्णा जी

    जवाब देंहटाएं
  3. जी नमस्ते,
    आपकी लिखी रचना शुक्रवार ४ मई २०१८ के लिए साझा की गयी है
    पांच लिंकों का आनंद पर...
    आप भी सादर आमंत्रित हैं...धन्यवाद।

    जवाब देंहटाएं
  4. जिन्दगी जीने के उसूल आसन है लेकिन इन उसूलों पर चलना थोडा मेहनत का काम है और मेहनत कोई करना नही चाहता इसी सबब से जिन्दगी जीना मुस्किल हो जाती है.


    खैर 

    जवाब देंहटाएं

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