उसको भला क्या दे हम ।
जिसका मै हूँ अंश अभिन्न ,
कैसे करू उसका अभिनन्दन ॥
जिसका सब कुछ मै जो मेरा अस्तित्व ,
वो धडकन मेरी मै जिसकी काया ।
जननी है जो , वो मेरी पूजा ।
है वो माँ मेरी , मै उसकी छाया ॥
ये पुण्य ही तो है मेरे ,
जो मै उसके आँगन आई ।
गोद मै तेरे बड़ी हुई ,
जीवन की खुशियाँ पाई ॥
ईश्वर से बस इतना चाहूँ,
सदा आपका साथ रहे ।
मिले खुशी या गम के पल हो,
सिर पर तेरा हाथ रहे ॥
आप हमारा जीवन हैं ,
हम है सांसे आपकी ॥
आधारशिला हो आप हमारी ,
हम है इमारत आपकी ॥
MAA TO MAA HAI
जवाब देंहटाएं...MAA KE LIYE JITNA LIKHA JAYE KAM HAI.....