हर चीज खूबसूरत नजर आने लगी, जब से वो बसने लगे मेरी निगाहों में,
मोहब्बत की रूह से रू-ब-रू
हुये तब, जब कही हर बात उन्होने इशारों में।
देखा सुना पढा लिखा भी
यूं तो बहुत इश्क के बारे में....
मगर दिखा ना था अब तक
जो दिखता है अब हर नजारे
में
हर बात भली सी लगने लगी
जबसे, बसने लगे वो, मौसम के नजारों में,
मोहब्बत की रूह से रू-ब-रू
हुये तब, जब कही हर बात उन्होने इशारों में।
महसूस हुआ है अब हमको
कितने तन्हा थे हम, खुद
में
क्यो हुये ना थे खुश अब
तक
जबकि खडे थे खुशियों के
ढेरों में
क्या होता है साथ ये जाना,
जब दो कदम साथ चले, सागर के किनारों में,
मोहब्बत की रूह से रू-ब-रू
हुये तब, जब कही हर बात उन्होने इशारों में।
ना जाने कहाँ कैसे और कब
खो गया हर डर मेरे मन से
कुछ संवर गये, कुछ निखर
गये
कहते है अब तो ये सब हमसे
दुनिया को सिमटते देखा , जब पाया खुद को, उनकी बाहों के सहारों में,
मोहब्बत की रूह से रू-ब-रू
हुये तब, जब कही हर बात उन्होने इशारों में।
achchha hai...
जवाब देंहटाएंbadhai ho aprna!!!
जवाब देंहटाएंन जाने कितना संवाद हुआ जाता है, ईशारों में..
जवाब देंहटाएंखूबसूरत एहसास
जवाब देंहटाएंप्रेम का संबल हर तरह के डर कों दिल से बाहर कर देता है ...
जवाब देंहटाएंप्रेम की भावनाओं में पगी ... सुन्दर रचना ..
बहुत खूब ...
जवाब देंहटाएंसुंदर भाव !!
प्रेम में ओतप्रोत रचना ...
जवाब देंहटाएंबढ़िया!!
जवाब देंहटाएंबहुत ही बढ़िया
जवाब देंहटाएंसादर
sundar ...
जवाब देंहटाएंप्रेम की सुन्दर अभिव्यक्ति
जवाब देंहटाएंबहुत - बहुत सुन्दर प्रेम कविता
जवाब देंहटाएं:-)
बहुत - बहुत सुन्दर प्रेम कविता
जवाब देंहटाएंखूबसूरत....
जवाब देंहटाएंsunder ehsas aise pyar me hi jaag sakte hain.
जवाब देंहटाएंबेहतरीन
जवाब देंहटाएंसादर
सुंदर...
जवाब देंहटाएंअहसासों की सुंदर अभिव्यक्ति ....
जवाब देंहटाएंcool.. kafi achhi hai :)
जवाब देंहटाएंcool... kafi achhi hai :)
जवाब देंहटाएंmere leeye prernaspad..
जवाब देंहटाएंkoshish karoonga kabhi aisa likhne kee..
सुंदर!
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