जाने कब कैसे बदले
अपने, रिश्तेदारों
में
प्यार मोहब्बत बदल
गया
देखो कैसे व्यवहारों
में
छोटी छोटी बातों पर
जिनसे कल तक लडते थे
मार पीट झगडे करके
भी
संग घूमते खाते खेलते
थे
जीवन चक्र कुछ यूं
घूमा
हम आ बैठे नातेदारों
में
प्यार मोहब्बत बदल
गया
देखो कैसे व्यवहारों
में
झूठ मूठ के घर बनाकर
घर घर खेला करते थे
एक गुल्ल्क में डाल
के पैसे
दिनभर खनकाया करते
थे
पैसा ऐसा बीच में आया
अपने हुये बकायेदारों
में
प्यार मोहब्बत बदल
गया
देखो कैसे व्यवहारों
में
छोटा भैया, चांद से
प्यारा
सबसे अच्छा लगता था
पल भर में हर फरमाइश में
पूरी करने का जी करता
था
बेटे जैसा वो भैया खोया
नये रिश्तों की
दीवारों में
प्यार मोहब्बत बदल
गया
देखो कैसे व्यवहारों
में
छूट गया घर आंगन मेरा
दो पल में एक विदाई
से
उठती नही टीस मिलने
की
बरसों बरस की जुदाई से
नही चाहिये कुछ अब
जो
बदले, रिश्ते हिस्सेदारों
में
प्यार मोहब्बत बदल
गया
देखो कैसे व्यवहारों
में
आपकी इस प्रस्तुति का लिंक 21.06.18 को चर्चा मंच पर चर्चा - 3008 में दिया जाएगा
जवाब देंहटाएंधन्यवाद