पलाश सिर्फ अपनी डाल पर लगता है और खिल कर धरती पर गिर जाता है। वह सिर्फ अपने लिए अपनी डाल पर ही सीमित रहता है। और डाल से अलग होते ही अपने अस्तित्व को समाप्त कर देता है। यही है उसका पूर्ण समर्पण उस डाल के प्रति जिसने उसको जीवन दिया ।
अपर्णा जी सार्थक पोस्ट पिछले 8 - 10 सालो से इस तरह के वेलेनटाइन डे, फ्रेंडशिप डे, रोस डे, चाकलेट डे और ना जाने क्या क्या डे सुनने को मिले है !वास्तव में प्यार दोस्ती इन सब के लिए कोई विशेष दिन न होकर सब दिन एक सामान होते है! और न ही इस दिन गिफ्ट देने या होटल या गार्डन में जाने से सच्चे प्यार का इजहार होता है!
आपकी रचनात्मक ,खूबसूरत और भावमयी प्रस्तुति भी कल के चर्चा मंच का आकर्षण बनी है कल (14-2-2011) के चर्चा मंच पर अपनी पोस्ट देखियेगा और अपने विचारों से चर्चामंच पर आकर अवगत कराइयेगा और हमारा हौसला बढाइयेगा। http://charchamanch.uchcharan.com
प्यार का सन्देश देती सुन्दर रचना!
जवाब देंहटाएंspontanious and overflow feeling
जवाब देंहटाएंमनभावन रचना के लिए बधाई |
जवाब देंहटाएंआशा
उम्दा परिभाषित करती रचना..बधाई.
जवाब देंहटाएंप्यार मनाने की नहीं , प्यार निभाने की जरूरत है.
जवाब देंहटाएंऔर
ये नहीं दिल्लगी ,ये है दिल की लगी
बहुत ही सार्थक लेखन.आपकी कलम को ढेरों शुभ कामनाएं.
सन्देश के साथ राह दिखाती हुई प्रस्तुति .
जवाब देंहटाएंप्रेम समझाती सुन्दर कविता।
जवाब देंहटाएंsunder rachna ke liye
जवाब देंहटाएंbahut bahut badhai
aapka aabhar
प्यार को परिभाषित करती एक सार्थक प्रस्तुति
जवाब देंहटाएंअपर्णा जी सार्थक पोस्ट
जवाब देंहटाएंपिछले 8 - 10 सालो से इस तरह के वेलेनटाइन डे, फ्रेंडशिप डे, रोस डे, चाकलेट डे और ना जाने क्या क्या डे सुनने को मिले है !वास्तव में प्यार दोस्ती इन सब के लिए कोई विशेष दिन न होकर सब दिन एक सामान होते है! और न ही इस दिन गिफ्ट देने या होटल या गार्डन में जाने से सच्चे प्यार का इजहार होता है!
प्यार मनाने का नहीं, निभाने की जरूरत है। अच्छी लाईनें। अच्छी रचना।
जवाब देंहटाएंबहुत ही सुन्दर पंक्तियाँ.
जवाब देंहटाएंसच.........यही प्यार है.
जवाब देंहटाएंबहुत अच्छी प्रेमकविता है..
जवाब देंहटाएंशास्री जी आपका शुक्रिया कि आपने हमारी मन की अभिव्यक्ति को चर्चा मंच पर सजा दिया ।
जवाब देंहटाएंआभार
आपकी रचनात्मक ,खूबसूरत और भावमयी
जवाब देंहटाएंप्रस्तुति भी कल के चर्चा मंच का आकर्षण बनी है
कल (14-2-2011) के चर्चा मंच पर अपनी पोस्ट
देखियेगा और अपने विचारों से चर्चामंच पर आकर
अवगत कराइयेगा और हमारा हौसला बढाइयेगा।
http://charchamanch.uchcharan.com
बेहद सही और सटीक परिभाषा है यह.
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर अभिव्यक्ति .. और एक मार्गदर्शन इस दिवस पर ... आभार ..
जवाब देंहटाएंप्रेम को बहुत ही सरस, सरल व सुन्दर शब्दो मे आपने ब्याख्यान किया है.. बहुत सुन्दर..
जवाब देंहटाएंबड़े सरल शब्दों में कविता के ज़रिये प्यार को बाखूबी परिभाषित किया है आपने.
जवाब देंहटाएंकाश आज के नौजवान इसे इसी रूप में समझें.
वाह! बहुत सुन्दर!
जवाब देंहटाएंसच यही है ....
जवाब देंहटाएंशुभकामनायें !!
अति सुन्दर...
जवाब देंहटाएंबेहद सही और सटीक परिभाषा है|धन्यवाद|
जवाब देंहटाएंबेहतरीन भावाभिव्यक्ति...
जवाब देंहटाएंआपकी इस कविता के माध्यम से प्यार को समझने में मदद मिलेगी ऐसा विश्वास है |
बधाई !!
बहुत सुन्दर अभिव्यक्ति, प्रेमपूर्ण रचना। बधाई। दिल से निकली आवाज को शब्द दे दी आपने......
जवाब देंहटाएंप्यार को सुन्दर शब्दों में ढाला आपने..बधाई !!
जवाब देंहटाएंप्यार मनाने का नहीं निभाने का नाम है...बहुत सुन्दर भाव और बहुत प्रभावशाली उनकी अभिव्यक्ति..
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर और सही
जवाब देंहटाएंहेप्पी वेलन्टाईन डे की हार्दिक शुभकामनायें ...स्वीकार करें
जवाब देंहटाएंसुन्दर रचना, आभार.
जवाब देंहटाएंवाह ...बहुत ही सुन्दर
जवाब देंहटाएंwah maza aa gaya
बहुत सुन्दर अभिव्यक्ति
जवाब देंहटाएंग़ज़ब की कविता ... कोई बार सोचता हूँ इतना अच्छा कैसे लिखा जाता है
जवाब देंहटाएंप्यार मनाने की नहीं निभाने की जरुरत होनी चाहिए
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर कविता ...
इतना अच्छा कैसे लिखती है आप ?ज़रा हमें भी सिखाइए!
वैलेंटाइन डे मानाने वालो से गुजारिश :- प्यार को प्यार ही रहने दो कोइ नाम न दो ...
जवाब देंहटाएंक्योंकि ..सबने देखी है प्यार में आँखों की ख़ुशबू...