मित्र तुम्हे परिभाषित करने का
सामर्थ्य नही मेरी कलम में ।
ये तो जज्बातों का संगम है
जिसमें अविरल विश्वास की धारा बहती है॥
चाह रहा है आज मेरा मन
मित्र तुम्हे उपहार मै कुछ दूँ ।
कोई भौतिक वस्तु नही
अमिट असीमित प्यार तुम्हे दूँ ॥
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बुना था, जो तुम संग सपना ,
नदी किनारे रेत का हमने
बनाया था छोटा सा घर अपना ,
सोच रहा हूँ, मिल कर फिर से
उन सपनों का विस्तार तुम्हे दूँ ॥
चाह रहा है आज...........................
इक सदी सी, गुजर गयी मिले हुये
दुनिया दारी की हैं, बहुत सी उलझन ,
मगर आज दिल कहता, जी ले फिर
खोया हुआ वो, प्यारा अल्लड बचपन ,
धुँधला गये है जो ,यादों के घरौदें
मिलकर, एक नया आकार उन्हे दूँ ॥
चाह रहा है आज...........................
एक अनोखी अदभुद सी, पर दिल की
सुन बात बतलाता हूँ मै तुमको ,
सुख में, अनगिनत रिश्ते साथ थे पर
कठिनाइयों में बस, निकट पाया तुमको ,
दूर होकर भी तुमने, सदा बाँटी तकलीफे
आज अपनी खुशियों का संसार तुम्हे दूँ ॥
चाह रहा है आज...........................
इस जग से सबको मिल जाये ।
पर मिले ना जब तक सच्चा साथी
कुछ कमी - कमी सी रहती है ॥
मित्रता दिवस पर बहुत अच्छी रचना ..
जवाब देंहटाएंसुन्दर पंक्तियाँ, कानपूर में आप कहाँ अध्यापन में हैं ?
जवाब देंहटाएंबहुत सुंदर रचना इससे अच्छा उपहार हो ही नहीं सकता , फ्रेंडशिप डे की हार्दिक शुभकामनायें ......
जवाब देंहटाएंबहुत खुबसूरत दोस्ती के एहसासों वयक्त करती है आपकी रचना... happyfriendshipday di....
जवाब देंहटाएंहैप्पी फ़्रेंडशिप डे।
जवाब देंहटाएंहैप्पी फ़्रेंडशिप डे।
जवाब देंहटाएंबहुत सुंदर अभिव्यक्ति।
जवाब देंहटाएंप्यार,
जवाब देंहटाएंबड़ा उपहार,
बढ़े अनवार
हमारे जीवन में।
बहुत ही बढ़िया ।
जवाब देंहटाएंसादर
सुंदर अभिव्यक्ति !हैप्पी फ़्रेंडशिप डे।
जवाब देंहटाएंway4host
आपको भी मित्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनायें।
जवाब देंहटाएंमित्र दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं।
जवाब देंहटाएं------
ब्लॉगसमीक्षा की 27वीं कड़ी!
आखिर इस दर्द की दवा क्या है ?
खूबसूरत भावाभिव्यक्ति.
जवाब देंहटाएंA real friend is he who gives his shoulder to lean upon in sorrow.
प्रिय अपर्णा जी
जवाब देंहटाएंसस्नेह अभिवादन !
♥अमिट असीमित प्यार पाने के बाद और कुछ पाने को शेष भी नहीं रह जाता ♥
इक सदी सी, गुजर गयी मिले हुए
दुनिया दारी की हैं, बहुत सी उलझन ,
मगर आज दिल कहता, जी ले फिर
खोया हुआ वो, प्यारा अल्हड़ बचपन ,
धुंधला गए है जो ,यादों के घरौदें
मिलकर, एक नया आकार उन्हे दूं …
आहाऽऽह ! बहुत प्यारा गीत लिखा है आपने
हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं !
मित्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाओ के साथ
-राजेन्द्र स्वर्णकार
चाह रहा है आज मेरा मन
जवाब देंहटाएंमित्र तुम्हे उपहार मै कुछ दूँ ।
कोई भौतिक वस्तु नही
अमिट असीमित प्यार तुम्हे दूँ ॥
अमिट, असीमित और सच्चे प्यार से बड़ा क्या उपहार हो सकता है किसी के लिए ...जिन्दगी में बाकी सब कुछ तो मिल सकता है लेकिन अमिट असीमित प्यार जिसे- जिस किसी का भी मिल जाए उसका जीवन ...सवंर जाता है ....!
मित्र तो अनमोल होते है .सुँदर रचना . मित्रता दिवस की शुभकामनायें .
जवाब देंहटाएंबहुत सुंदर कविता और उसके भाव....फ्रेंडशिप डे ' की आपको ढेर सारी शुभकामनाएँ ..... |
जवाब देंहटाएंबहुत प्यारा गीत लिखा है आपने,
जवाब देंहटाएंबहुत बहुत बधाई,
विवेक जैन vivj2000.blogspot.com
शुभकामनायें आपको !
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