पूरा कर दो तुम आ कर ।
आँचल मेरा खाली कबसे ,
खुशियाँ भर दो तुम आ कर......
सावन की बरखा में भी,
ये मन प्यासा प्यासा था ।
इस अत्रप्त सी आत्मा की,
प्यास बुझा दो तुम आ कर…....
जाने कब से पता नही मै ,
तुझमे ख़ुद को खोज रही ।
एक बार ख़ुद से मुझको ,
मिलवा दो बस तुम आ कर.......
अगर कही हदय में तेरे ,
स्थान नही है मेरी खातिर ।
माथे पर मै सज़ा जिसे लूँ ,
पग धूल ही दे दो तुम आ कर ….....
सब कुछ पाया है तुझमे ही ,
फिर क्या चाँहू में ईश्वर से ।
क्या मांगूं मै अपने रब से ,
इतना बतला दो तुम आ कर...........
अगर कही हदय में तेरे
जवाब देंहटाएंस्थान नही है मेरी खातिर
माथे पर मै सज़ा जिसे लूँ
पग धूल ही दे दो तुम आ कर ….....
mann ko chhuti rachna
आपकी कामनाएं अवश्य पूरी हों...
जवाब देंहटाएंसुन्दर मन भाव बिखेरे हैं।
जवाब देंहटाएंबहत ही सुंदर कविता.... दिल को छू गयी....
जवाब देंहटाएंसुंदर और प्रवाहपूर्ण गीत। बहुत अच्छा लगा इसे गा कर।
जवाब देंहटाएंBahut hi marmik aur sargarbhit kavita. Dil ko chhu gai. PLz. visit my new post.
जवाब देंहटाएंअगर कही हदय में तेरे ,
जवाब देंहटाएंस्थान नही है मेरी खातिर ।
माथे पर मै सज़ा जिसे लूँ ,
पग धूल ही दे दो तुम आ कर ….....
वाह बहुत खूब....
पहचान कौन चित्र पहेली ...
बहुत सुन्दर छंदमय और भावपूर्ण कविता !
जवाब देंहटाएंअगर कही हदय में तेरे ,
जवाब देंहटाएंस्थान नही है मेरी खातिर ।
माथे पर मै सज़ा जिसे लूँ ,
पग धूल ही दे दो तुम आ कर ….....
बहुत सुंदर भावपूर्ण रचना ..........
hriday sparshi rachna
जवाब देंहटाएंसब कुछ पाया है तुझमे ही ,
जवाब देंहटाएंफिर क्या चाँहू में ईश्वर से ।
क्या मांगूं मै अपने रब से ,
इतना बतला दो तुम आ कर...........
बहुत ही भावमयी और प्रवाहमयी प्रस्तुति।
बहुत ही अच्छा विरह गीत. सुंदर चित्र के साथ सुंदर प्रस्तुति.
जवाब देंहटाएंसुन्दर भाव से भरा हुआ काव्य है|मेरी शुभकामनाये..
जवाब देंहटाएंखूबसूरत अभिव्यक्ति ..
जवाब देंहटाएंबहुत ही सुंदर प्रस्तुति......अपर्णा जी
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर
जवाब देंहटाएंआपकी कामनाये जरुर पूरी होंगी !
मन के कोमल भावों की सुन्दर अभिव्यक्ति
जवाब देंहटाएंबहुत ही सुन्दर कविता
जवाब देंहटाएंविरह वेदना ह्रदय स्पर्शी है .
ऐसा इंतजार तो हर किसी को किसी न किसी का होता ही है कुछ ही सौभाग्यशाली होते है
sundar rachna
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर रचना .......
जवाब देंहटाएंजाने कब से पता नही मै ,
तुझमे ख़ुद को खोज रही ।
एक बार ख़ुद से मुझको ,
मिलवा दो बस तुम आ कर.....
बहुत खूब ....
prem me sarwasv samarpan -bhav bhara geet..
जवाब देंहटाएंsahaj-saral abhivyakti...
sunder geet!
अति सुन्दर...शुभकामनाएँ.
जवाब देंहटाएंbeautiful and soulful poem. u provide beautiful words to ur feelings in such a way that reading them gives immense pleasure.
जवाब देंहटाएंSorry for comment in english , as there was something wrong with google hindi transliteration.
निर्मल भावों से सजी सुंदर लय बध्ह रचना.
जवाब देंहटाएंअपर्णा जी आप की समझ की प्रणाम
जवाब देंहटाएंआप ने बहुत जल्द ही जमाल जी को पहचान लिया , ये बाते मीठी करते है पर उद्देश्य हमेशा संदिग्ध रहते है .
इन की पोल मैं पहले ही खुल चुका हू जब ये कुप्रचार कर रहे थे और जवाब मांग रहे थे .इन की ये पोस्ट देखे और टिप्पड़िया भी देखे
http://vedquran.blogspot.com/2010/09/life-style-of-sri-krishna-anwer-jamal.html
इस अत्रप्त सी आत्मा की,
जवाब देंहटाएंप्यास बुझा दो तुम आ कर…
xxxxxxxxxxxxxx
बहुत गहराई से महसूस किया है आपने इस भाव को ...बहुत खूब ..अपर्णा जी ...शुक्रिया
जाने कब से पता नही मै ,
जवाब देंहटाएंतुझमे ख़ुद को खोज रही ।
एक बार ख़ुद से मुझको ,
मिलवा दो बस तुम आ कर...
वाह .. क्या ख्याल है ... तुझमें खुद को ढूंढना ... बहुत ही गहरी बात है रचना में ...
ये इन्तेज़ार तो चलते रहता है...
जवाब देंहटाएंbahut sundar kavita ,.... prem ke bhaav bhare hue hai .... bahut hi acchi abhivyakti ...
जवाब देंहटाएंbadhayi
vijay
poemsofvijay.blogspot.com
nice
जवाब देंहटाएंक्या कहूँ जब समर्पित भाव है
जवाब देंहटाएंbhagwaan aapki manokaamna jaldi poori karen aisi meri kaamna hai
जवाब देंहटाएंbahut hi achcha likha hai aapna....
जवाब देंहटाएंगहरे और सुन्दर भावों से सजी सुन्दर रचना
जवाब देंहटाएंअच्छा लगा पढ़कर
आभार & शुभ कामनाएं
क्रिएटिव मंच के नए कार्यक्रम 'सी.एम.ऑडियो क्विज़' में आपका स्वागत है.
यह आयोजन कल रविवार, 12 दिसंबर, प्रातः 10 बजे से शुरू हो रहा है .
आप का सहयोग हमारा उत्साह वर्धन करेगा.
धन्यवाद
* अत्रप्त > की जगह अतृप्त होगा , शायद !
जवाब देंहटाएंभले ही प्रेम कविता हो , उसमें स्त्री का स्वतंत्र व्यक्तित्व ( परम्पराप्रदत्त समर्पणों से इतर ) आना चाहिए . उम्मीद है आप इस ओर ध्यान देंगी . लय साधना आपका सकारात्मक पक्ष है , इसके लिए बधाई ! शुभकामनाएं !