ब्लाग जगत के सभी बडों एवं मित्रो से विनम्रता से कुछ दिनों के लिये अवकाश ले रही हूँ । ये तो नही जानती कब वापस आऊँगी (आऊँगी भी या नही) , मगर आप सभी से जो आशीष , प्यार मिला उसे बहुत सहेज कर रखूंगी । आज से लगभग ढेड वर्ष पूर्व जब हमने लिखना शुरु किया तो आप सभी ने मेरा उत्साह बढाया, उसी का आज परिणाम है कि इस सागर जैसे ब्लाग जगत मे हम एक गुमनाम बूँद नही बने (माना कि मोती भी नही हैं) ।आप सभी से बहुत कुछ सीखा और पाया ।आप सभी का बडप्पन था कि मैने जो कुछ भी (टूटा फूटा सा) लिखा आपने पढा भी सराहा भी , और सुधारा भी (अपना अमूल्य समय दे कर) , मैं तहे दिल से आज आप सभी का शुक्रिया अदा करती हूँ ।
कुछ विवशता है कि अब हम कुछ समय तक लिख नही सकेगें हाँ आप सभी को पढना मेरा जारी रहेगा ।
कभी साथ रह के, तो कभी कभी दूर रह कर भी रिश्ते निभाये जाते है ।
कभी कभी कुछ ,तो कभी कभी सब खो कर भी मुकद्दर आजमाए जाते है ॥
हमने सदैव ही यह कोशिश की ,कि चाहे कम लिखूँ , किन्तु अच्छा ही लिखूँ , ऐसा लिखूँ जिससे किसी को तकलीफ ना हो , किन्तु फिर भी यदि कभी हमने अन्जाने मे भी ऐसा लिखा हो जिससे किसी को भी तकलीफ हुयी हो ,तो आज हम सभी लेखकों और अपने पाठको से क्षमा प्रार्थी है । ब्लाग जगत मेरी जिन्दगी का एक हिस्सा है , जो हमेशा मेरे साथ रहेगा । ईश्वर ने चाहा तो जरूर फिर एक दिन वापस आयेगें ।
तब तक के लिये अलविदा
पलाश
आशा है आप बाधाओं पर विजय पा शीघ्र ही वापस आयेंगी। शुभकामनायें।
जवाब देंहटाएंतुमने जो निर्णय लिया है मुझे पूरा विश्वास है की सोच समझ कर और अपने हित में लिया होगा . तुम बहुत अच्छा लिखती हो . कई बार हम लेखन से विरत रहकर भी काफी कुछ सीखते है . मेरी हार्दिक शुभकामनाये तुम्हारे सुखद भविष्य के लिए .
जवाब देंहटाएंह म आपके मंगलमय एवं सुखद जीवन की कामना करते हुए उम्मीद करते हैं शीघ्र ही आपका लेखन फिर सामने आएगा.
जवाब देंहटाएंबहुत अच्छा दिल पाया है तुमने...
जवाब देंहटाएंअगर किसी प्रकार का सहयोग चाहिए तो निस्संकोच बताना !
सस्नेह शुभकामनायें !
इन्तजार रहेगा..शुभकामनाएँ.
जवाब देंहटाएंisvr kren aap naa jaaye or hmare sath bni rhen vaapsi ka intizaar he . akhtar khan akela kota rajsthan
जवाब देंहटाएंआदरणीय अपर्णा जी
जवाब देंहटाएंनमस्कार !
इन्तजार रहेगा शीघ्र ही वापस आयेंगी।
हार्दिक शुभकामनाये
जवाब देंहटाएंहार्दिक शुभकामनाये
जवाब देंहटाएंआदरणीय अपर्णा जी
जवाब देंहटाएंहमे आपकी अगली पोस्ट का इन्तजार रहेगा और आपके मंगलमय भविष्य की कामना करता हूँ!हम आपको कहीं जाने थोडे देंगे आपकी कविताओ के लिए आपका इंतज़ार करते रहेंगे और आपको मेरे शुभकामनायें!
फिर यह अलविदा नहीं है। अपने कहा आप ब्लॉग-जगत में पाठक के रूप में नियमित रहेगी। अर्थार्त आप ब्लॉग-जगत से संतुष्ट है। लेखन न कर पाने का कारण समय की कमी हो सकता है। खैर जिसमें अच्छा लगे वह करो,लेखन में आपकी आशा में हमारी भी आशा सम्मलित है।
जवाब देंहटाएंइन शब्दों के साथ "सुगना फाऊंडेशन-मेघ्लासिया जोधपुर","एक्टिवे लाइफ" और "आज का आगरा" बलोग की तरफ से हार्दिक शुभकामनाये आपको
जवाब देंहटाएंआपकी यात्रा मंगलमय हो शुभकामनाये!
जवाब देंहटाएंAishi bhi kya majburi ki sabko alvida kah dete hain log,
जवाब देंहटाएंkanhi bhi rahe thoda samay ka gaip de kar ke likh sakhte hain
अरे,ऐसे अचानक क्या बात हो गई जो ब्लॉग जगत से विदा लेना पड़ रहा है . पता नहीं कारण बताना तुम ठीक समझोगी या नहीं परन्तु तुम्हारा निर्णय सही होगा इतना मुझे तुम पर भरोसा है. मेरी हार्दिक शुभकामनायें हमेशा तुम्हारे साथ रहेंगी.मेरे लायक कोई काम समझना तो बेझिझक बताना.
जवाब देंहटाएंआपके वापस यहाँ आने का इंतज़ार रहेगा.
जवाब देंहटाएंअरे! अचानक ऐसा क्या हुआ???
जवाब देंहटाएंapka intjar rahega.. umeed nahi yakeen hai ki aap jaldi aayigi...
जवाब देंहटाएंहार्दिक शुभ कामनाएं.
जवाब देंहटाएंउम्मीद है जल्द ही लौटेंगी.
आऊंगी भी या नहीं, इसका मतलब समझ नहीं आया. जल्दी आइये वाप्स...
जवाब देंहटाएंआशा है आप शीघ्र ही वापस आयेंगी। शुभकामनायें।
जवाब देंहटाएंआपके वापस यहाँ आने का इंतज़ार रहेगा.*****
तुस्सी जा रहे हो ?
जवाब देंहटाएंतुसी ना जाओ ना ....
शुभकामनायें।
जवाब देंहटाएंआपकी कमी खलेगी। आशा है आप जल्दी ही वापस आएगीं और एक बार फिर से अपने लेखन द्वारा इस ब्लाग जगत को महकाएगीं। आपके उज्जवल भविष्य के लिए शुभकामनाएॅ।
जवाब देंहटाएंआज एक गीत गाने का मन कर रहा है, ‘कभी अलविदा ना कहना ...!’
जवाब देंहटाएंकोई सहयोग की ज़रूरत हो तो बताएं।
पढ़ सकती हो , मगर लिखोगी नहीं ...
जवाब देंहटाएंऐसा क्यों ??
itna sensitive kyu likha????????
जवाब देंहटाएंअरे, ऐसा क्या हो गया, जिससे आपको यह निर्णय लेना पडेगा। आशा है आप अपने इस निर्णय पर पुनर्विचार करेंगी और ब्लॉग जगत को अपने विचारों से लाभान्वित करती रहेंगी।
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ब्लॉगिंग को प्रोत्साहन चाहिए?
एच.आई.वी. और एंटीबायोटिक में कौन अधिक खतरनाक?
श्रीमान जी, क्या आप हिंदी से प्रेम करते हैं? तब एक बार जरुर आये. मैंने अपने अनुभवों के आधार ""आज सभी हिंदी ब्लॉगर भाई यह शपथ लें"" हिंदी लिपि पर एक पोस्ट लिखी है. मुझे उम्मीद आप अपने सभी दोस्तों के साथ मेरे ब्लॉग www.rksirfiraa.blogspot.com पर टिप्पणी करने एक बार जरुर आयेंगे. ऐसा मेरा विश्वास है.
जवाब देंहटाएंश्रीमान जी, हिंदी के प्रचार-प्रसार हेतु सुझाव :-आप भी अपने ब्लोगों पर "अपने ब्लॉग में हिंदी में लिखने वाला विजेट" लगाए. मैंने भी कल ही लगाये है. इससे हिंदी प्रेमियों को सुविधा और लाभ होगा.
पलाश के फूल फिर खिलेंगे
जवाब देंहटाएंआपका स्वागत है "नयी पुरानी हलचल" पर...यहाँ आपके पोस्ट की है हलचल...जानिये आपका कौन सा पुराना या नया पोस्ट है यहाँ पर कल ...........
जवाब देंहटाएंनयी-पुरानी हलचल