मनमीत मेरे, साथ तेरे,
कदम मिला कर चलना है
कभी धूप कभी छाँव बन,
हर मौसम तेरा बनना है
जीने को तो जी लेते,
बेंमतलब से इस जीवन को
कुछ रोते हसते पा ही
लेते, आधे अधूरे सपने को
तेरी नजरों में बस कर
, ख्वाब तुम्हारा बनना है
कभी धूप कभी छाँव बन,
हर मौसम तेरा बनना है
कैसे बना दिल धीरे धीरे , तेरा दीवाना क्या जानूं
सोच लिया रस्मों रिवाज, दुनिया के मैं ना मानूं
अब हाथों में हाथ लिये, अरमान तुम्हारा बनना है
कभी धूप कभी छाँव बन,
हर मौसम तेरा बनना है
मेरे प्यासे तन मन पर, जब से पडी छाया तेरी,
खिल गयी मुरझाई कली,
फूल बनी काया मेरी
तेरी सांसों को राग बना, संगीत तुम्हारा बनना है
https://www.youtube.com/watch?v=xBdA8RaP9Kk
बहुत प्यारी रचना है ..
जवाब देंहटाएंदुनिया एक-दूजे से ही है..