क्लास में
सभी बच्चे और टीचर भी यह जानते थे कि अंजली की आर्ट बहुत खराब है। एक दिन क्लास में
टीचर ने सभी बच्चों से अपने मन की कोई भी ड्रांइग बनाने को कहा। अंजली भी बहुत मन से
अपनी कॉपी पर ड्रांइग बनाने लगी। अंजली बहुत मन से ड्रांइग बना रही थी, उत्सुकतावश
टीचर उसकी सीट तक ये देखने गयीं कि वो क्या बना रही है। अंजली ने कॉपी पर कुछ आढी तिरछी
लाइने बना रखी थी ये देख टीचर ने उससे हतोत्सहित करने के भाव से पूंछा- ये क्या बना
रही हो, अंजली ने बडी सरलता से कहा- भगवान। तब टीचर ने ऊंची आवाज में उसका मजाक बनाते
हुये कहा- मगर भगवान को तो अभी तक किसी ने भी देखा नही, फिर उनका ड्रांइग कैसे बनाओगी?
अंजली ने
बडी मासूमियत से उत्तर दिया- तो अब देख लेंगें।
सच, तभी तो कहा है कि बच्चे मन के सच्चे !
जवाब देंहटाएंसुन्दर कृति। मासूम मन के भावों बहुत खूबसूरत तरीके से दर्शाया है।
जवाब देंहटाएंसुन्दर
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